deen dayal upadhyaya grameen kaushal yojanaपिछले वर्षों की तुलना में डीडीयू-जीकेवाई में ग्रामीण युवाओं की कम रुचि के कोई संकेत नहीं हैं । 2020-21 और 2021-22 के दौरान डीडीयू-जीकेवाई के तहत प्रशिक्षित उम्मीदवारों की संख्या कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई है, जिसके परिणामस्वरूप प्रशिक्षण केंद्र काफी समय तक बंद रहे। अब तक कुल 32.22 लाख उम्मीदवारों ने प्रशिक्षण के लिए पंजीकरण कराया है और वर्तमान में 1.28 लाख उम्मीदवार देश भर में फैले विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण ले रहे हैं
deen dayal upadhyaya grameen kaushal yojana ग्रामीण विकास मंत्रालय (एमओआरडी) ने 25 सितंबर 2014 को दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवाई) अंत्योदय दिवस की घोषणा की। डीडीयू-जीकेवाई राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों की आय में विविधता लाना और ग्रामीण युवाओं की करियर संबंधी आकांक्षाओं को पूरा करना है। तिरुनेलवेली जिले में अब तक 530 युवाओं को टैली ईआरपी अकाउंटेंट, बेसिक सिलाई मशीन ऑपरेटर, एलएमवी, एचएमवी, हेल्थ ऑक्सिलरी, गारमेंट्स, इलेक्ट्रिकल, वेल्डर और बेसिक फिटिंग वर्क्स जैसे विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया गया है। 530 उम्मीदवारों में से 377 उम्मीदवारों को विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी मिल गई है।
deen dayal upadhyaya grameen kaushal yojana स्किलिंग एवं प्लेसमेंट
- अवसर पर समुदाय के भीतर जागरूकता का निर्माण
- गरीब ग्रामीण युवाओं की पहचान करना
- रुचि रखनेवाले ग्रामीण युवाओं को जुटाना
- युवाओं और माता-पिता की काउंसिलिंग
- योग्यता के आधार पर चयन
- रोजगार के अवसर को बढ़ाने के लिए ज्ञान, उद्योग से जुड़े कौशल और मनोदृष्टि प्रदान करना
- ऐसी नौकरियॉ प्रदान करना जिनका सत्यापन स्वतंत्र जांच करने के तरीकों से किया जा सके और जो न्यूनतम मजदूरी से ज्यादा भुगतान करती हों
- नियुक्ति के बाद कार्यरत व्यक्ति को स्थिरता के लिए सहायक
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निम्नलिखित तालिका दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना पर नवीनतम उपलब्ध आंकड़े देगी, जैसा कि सरकार द्वारा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर दिया गया है
राज्य/संघ राज्य क्षेत्र – 27 राज्य और 3 केंद्र शासित प्रदेश |
जिले – 689 |
ब्लॉक – 7426 |
कार्यान्वयनाधीन परियोजनाएँ – 1822 |
भागीदार – >717 [50 उद्योग क्षेत्रों में 502 से अधिक ट्रेडों से] |
प्रशिक्षित अभ्यर्थी – > 11.18 लाख |
नियुक्त उम्मीदवार – > 6.5 लाख |
deen dayal upadhyaya grameen kaushal yojana कैसे काम करता है?
डीडीयू-जीकेवाई निजी शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण विशेषज्ञों को उन्नत, आधुनिक और अच्छी तरह से सुसज्जित प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने के लिए वित्त पोषित करता है।
- इन प्रशिक्षण केंद्रों में योग्य प्रशिक्षक रोजगारोन्मुख कौशल प्रशिक्षण, कंप्यूटर/टैबलेट का उपयोग, अंग्रेजी बोलना और अन्य जीवन-कौशल का प्रशिक्षण देंगे।
- प्रशिक्षण पूरा होने के बाद छात्रों को प्लेसमेंट में भी सहायता दी जाती है।
- छात्रों के लिए प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क है और उन्हें निःशुल्क पुस्तकें, यूनिफॉर्म, टैबलेट और अध्ययन सामग्री भी प्रदान की जाती है।
- आवासीय प्रशिक्षण केन्द्रों के मामले में भोजन और आवास निःशुल्क हैं। गैर-आवासीय प्रशिक्षण केन्द्रों के मामले में आने-जाने का खर्च और प्रत्येक प्रशिक्षण दिवस के लिए प्रतिदिन एक भोजन निःशुल्क प्रदान किया जाता है।
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के लाभ
- ही रोजगारपरक ट्रेनिंग देकर ग्रामीण एरिया में ही उचित मजदूरी पर रोजगार मिल जाता है।
- ग्रामीण इलाकों से युवाओं का शहर की तरफ पलायन रुक जायेगा।
- गरीबों को आर्थिक रुप से सक्षम बनाने में यह योजना बहुत कारगर साबित होगी।
- देश को कुशल मजदूर मिलने में सहायता मिलेगी।
- भारत की गरीबी रेखा को कम करने में मदद मिलेगी।
- युवाओं का उपयोग देश को विकसित करने में किया जा सकेगा।
- गरीब युवाओं के अगली पीढ़ी में सुधार हो सकेगा।
- को सुदृढ़ बनाने में यह योजना साहायक सिद्ध होगी।
- ग्रामीण इलाकों में लघु उद्योग स्थापित करने के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
- ग्रामीण भारत की तस्वीर सुधारने में दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना बहुत कारगर साबित होगी।
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के लिए योग्यता
- आवेदक की आयु 15 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- सभी भारतीय महिलाएं योग्य हैं
- विकलांग व्यक्ति (PWD)
- और अन्य विशेष समूह
- SC और ST के लिए 50% फंड आरक्षित
- अल्पसंख्यक समूहों के लिए
- विकलांग लोगों के लिए
- हर ट्रेनिंग प्रोग्राम में 33% महिलाएँ हैं
- विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूहों (PVTGs) से जुड़ें लोग
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- स्थाई निवासी प्रमाण पत्र
- तीन पासपोर्ट साइज फोटो
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना|
- इस लिंक पर क्लिक करने के बाद आपको इस वेबसाइट का होम पेज दिखाई देगा।
- इस होम पेज पर आपको न्यू रजिस्ट्रेशन का ऑप्शन दिखाई देगा जिस पर आप को क्लिक करना है।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने इस योजना का आवेदन फॉर्म खुलकर आएगा। जिस पर आपको फोन नंबर लिखने का ऑप्शन दिखाई देगा इस पर आपको अपना रजिस्ट्रेशन मोबाइल नंबर लिखना है।
- इस फोर्म में आपको अपने आप से संबंधित सभी जानकारियों को ध्यान से भरना होगा।
- इस फॉर्म आपसे जरूरी दस्तावेजों के बारे में विवरण मांगा जाएगा।
- सारे जरूरी दस्तावेजों को आप को स्कैन करके अपलोड करना होगा।
- इसके बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा।
इस योजना के तहत किस सेक्टर में मिल सकती है नौकरी
- सेवा इंडस्ट्री (हॉस्पिटैलिटी)
- स्वास्थ्य (हेल्थ सेक्टर) –
- निर्माण
- ऑटो
- चमड़ा
- बिजली
- पाइपलाइन
- रत्न और आभूषण
दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के बारें में महत्वपूर्ण बातें
- इस योजना का लाभ तीन कैटेगरी में दिया जाता है। पहली कैटेगरी है इस कैटेगरी को कुल योजना का 50% हिस्सा दिया जाता है। उदाहरण के लिए, अगर किसी जगह पर 20 युवाओं को दीन दयाल योजना के लिए चुना जाता है तो उसमे से 10 युवा अनुसूचित जाति-जनजाति (SC-ST) कैटेगरी का होना अनिवार्य है।
- दीन दयाल योजना में 15% स्थान के लिए आरक्षित है। मतलब किसी जगह पर अगर कुल 20 युवकों को ट्रेनिंग के लिए सलेक्ट किया गया है तो उसमे से 3 युवा अल्पसंख्यक होना अनिवार्य है।
- इसी के साथ 3% विकलांग व्यक्तियों के लिए निर्धारित किया गया है। और महिलाओं के लिए एक तिहाई हिस्सा आरक्षित रखा गया है।
- आपको जानकारी के लिए बता दें कि डीडीयू-जीकेवाई के तहत 576 घंटे (3 महीने) से लेकर 2,304 घंटे (12 महीने) का प्रशिक्षण यांनी ट्रेनिंग प्रदान की जाती है।
इस योजना के तहत किस सेक्टर में मिल सकती है नौकरी |